यह बयान भारत की चिंता बढ़ाने वाला है क्या बयान है और कश्मीर को लेकर अफगानिस्तान पाकिस्तान में और क्या घटनाक्रम हुए हैं इसको लेकर शो में बात होगी इसके अलावा तालिबान के सरकार बनाने को लेकर भी लंबे वक्त से कयास लगाए जा रहे थे आज का ऐलान होने वाला था लेकिन आखिरी वक्त पर तालिबान ने कल के लिए टाल दिया तो हम इनकी बात भी करेंगे और यह भी के नेताओं का भारत को लेकर रवैया कैसा रह सकता है लेकिन पहले दिन की सुर्खियां
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नोट से कोविड-19 से मरने वाले लोगों को बाजे के दिशानिर्देश तय करने में देरी पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगा दी है जैसे समाचार जस्टिस अनुरोध कितने लापरवाही पर कहा कि हमने बहुत समय पहले आदेश पारित किया था हम पहले ही एक बार समय बड़ा चुके हैं आपके दिशानिर्देश तैयार होने तक तो कोविड-19 लहर खत्म हो जाएगी इससे पहले 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 होने वाली मौतों पर परिजनों को मुआवजा के संबंध में दिशानिर्देश तैयार करने के लिए सरकार को वोट दिया था 3 सितंबर को सुनवाई के दौरान भारत के सॉलिसिटर जनरल ने 1 सप्ताह का अतिरिक्त समय मांग लिया था सरकार की तरफ से इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताई सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह 11 सितंबर तक कोविड-19 के कारण मरने वालों के संबंध में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए भी दिशा निर्देश जारी करें कोर्ट के 30 जून के आदेश में दिए गए निर्देशों का अनुपालन भी हो अपने 23 जून के आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकार को कोविड-19 से होने वाली मौतों के लिए मुआवजे का भुगतान करना होगा क्योंकि कोविड-19 को 2005 के
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अधिनियम के तहत एक आपदा घोषित किया गया था कोर्ट ने भी कहा था कि मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाना चाहिए पेट नहीं साफ कर दिया था कि कोविड-19 से मौत के मामले में जारी किए गए मृत्यु प्रमाण पत्र में कूट के रूप में मृत्यु का कारण स्पष्ट रूप से होना चाहिए साथ यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु कोविड-19 या किसी अन्य जटिलताओं बीमारी के कारण हुई है तो भी मृत्यु प्रमाण पत्र में विशेष रुप से मृत्यु का कारण कोविड-19 चाहिए अगर पेशेंट को व्हाट्सएप से था तो इंसान मामले में जेल में बंद छात्र नेता उमर खालिद की जमानत याचिका पर सुनवाई से जुड़ी हुई थी मैंने कहा कि दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट में हुए दंगों में यूएपीए के तहत फाइल चार्जशीट में उमर खालिद को सांप्रदायिक रूप में चित्रित किया गया है वकील ने कहा कि उनके क्लाइंट उमर खालिद नहीं बल्कि रिपोर्ट लॉक करने वाला अधिकारी और उसका दिमाग सांप्रदायिक सब की तरह लग रही है क्या चार्जशीट इस तरह लिखी जाती है न्यूज़ चैनल लगती है उन्हें यह कहां से मिला कहां से मिला इसके बाद 2016 में मर के खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामले से अदालत को अवगत कराया कि कहीं भी आरोप लगाया
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गया है कि उमर खालिद ने कभी भारत तेरे टुकड़े होंगे कहा था उन्होंने कहा कि वर्तमान f.i.r. पूरी तरह से छूट है कहा कि यह पुलिस का वर्जन है और मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं खालिद ने ऐसा कहा था जैसे आप आगे बढ़ेंगे आप देखेंगे कि किसी बयान का कोई आधार नहीं है उम्र के धर्मनिरपेक्ष राजनीति का मुखौटा बनाए रखने के आरोप हैं उनके वकील ने दलील दी कि यह बयान पुलिस की कोरी कल्पना कीमत
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9:00 बजे कि किसी टीवी न्यूज़ चैनल की स्क्रिप्ट की तरह है इस आरोप पर कि उन्होंने दिल्ली से सुरक्षित दूरी बनाए रखें क्योंकि वह जानते थे कि दिल्ली को आग में झोंक दिया जाएगा उनके वकील ने कहा ऐसे व्यक्ति जो किसी के साथ यात्रा करता है और उसके दिमाग को पढ़ लेता है वह हैरी पॉटर का बॉर्डर मोड था लगता है जैसे चार्जशीट के आधार पर बनाई गई है जैसे बहुमत से दिमाग में घुस गए हैं उनके वकील की दलीलें पूरी नहीं हो पाई सोमवार की तारीख में पुरुषों के हाई जंप मुकाबले में सिल्वर मेडल जीता उन्होंने 2.07 मीटर की जंप लगाई और दूसरे नंबर पर रहे मीटर एयर राइफल में गोल्ड भी जीत चुके हैं इस साल के ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी दोनों के साथ किसी एक पर लंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है 3 पोजीशन के फाइनल में अपनी ने 445.9 का कोर कर तीसरे स्थान को अर्जित किया तब तक 12 पदक जीत चुके खाते में भी सुर्खियां अब चलते हैं दिन की बड़ी खबर पर अवस्था में जो भी डेवलपमेंट सो रहे हैं वह हमारे यहां भी बारीकी से देखें और पर्चे जा रहे हैं 5:00 हो रहा है उससे हमारी भी चिंताएं जुड़े हुए हैं सबसे
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ज्यादा चिंता आतंकवाद को लेकर है कश्मीर को लेकर तालिबान से भारत सरकार आपका काम करने में लगी है और इन सबके बीच कश्मीर को लेकर उधर से कई तरह के बयान भी आ रहे हैं बातचीत के दो दिन बाद तालिबान के नेता कश्मीर पर बयान देते हैं पर आवाज उठाने की बात कहते हैं और इन बयानों से अंदेशा जताया जाने लगा तालिबान अपनी पुरानी बात से पलट रहा है असली रंग में आ रहा है तो क्या बयान है तालिबान की तरफ से और क्या है उसके मायने उसकी बात होगी लेकिन सबसे पहले काबुल में आज उस घटनाक्रम की बात करते हैं जिसका इंतजार पूरी दुनिया को था या निगम इंफॉर्मेशन यह लगभग 1 बना दिया है सरकार को लेट करेंगे मुल्लाह अब्दुल गनी बरादर इसके बाद दो एम पोजीशंस पर होंगे मुलायम और क्षेत्र मोहम्मद दानिश जैन के बेटे इन तीनों नेताओं के पास सरकार में ज्यादा पावर रहेगी इस तथ्य में भारत के लिए एक राहत की बात है शेर मोहम्मद तनिक जाए ही तालिबान के नेता है जैसे दोहा में भारत की बातचीत हुई थी बातचीत के बाद इन्होंने भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखने का भरोसा दिया था एक बात और है जो आपको जाने चाहिए शेर मोहम्मद की ट्रेनिंग देहरादून स्थित आईएमए यानी इन मिलिट्री
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एकेडमी से हुई थी 80 के दशक के शुरुआती सालों में भारत में थे इसलिए के साथ उसकी भारत के साथ सहजता देखी जा सकती है तालिबान की जो नई हमारे सामने तैयार हो रही जो नई सरकार आ रही है ब्रदर के तालिबान सरकार को हर्ट करने में भी भारत को थोड़ी राहत बुक खोजने की कोशिश कर रहा है जानकार मान रहे हैं कि मुला ब्रदर की नीतियों पर पाकिस्तान की छाप कम रहेगी पहले भी पाकिस्तान से उसके ज्यादा बनी नहीं थी 8 साल पाकिस्तान की जेल में रहे उनके बारे में कई और भी बातें करी जाती है जो तालिबान के बाकी नेताओं से उनको थोड़ा अलग खड़ा करती हैं जिसने ओसामा बिन लादेन को अफगानिस्तान में शरण देने का विरोध किया था तालिबान ने लादेन को 1996 में अफगानिस्तान में शरण देने का अंजाम क्या हुआ वह हम भी जानते हैं आप भी जानते हैं 1996 में तालिबान की सरकार बनने के बाद जब सरकार में पश्चिम देशों का विरोध शुरू हो रहा था तब भी मुला ब्रदर की राय थी कि अफगानिस्तान को के साथ रिश्ते रखने चाहिए तालिबान के पहले 2009 में लग गया था कि आप सरकार से बात करनी चाहिए राष्ट्रपति होते थे अब राधा ने बातचीत शुरू की जब तालिबान ने अमेरिका से बातचीत शुरू की तो उनको
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लगा कि नेगोशिएशन के लिए मुल्लाह बरादर बेहतर आदमी है इसीलिए और कप्तान ने पाकिस्तान पर दबाव बनाकर कुर्बानी दोहा में कोई बातचीत में भी मुला ब्रदर अहम भूमिका में रहा है तो इंस्टाग्राम के आधार पर माना जा रहा है कि मुला ब्रदर की सरकार में पाकिस्तान की ज्यादा चलेगी नहीं बात सरकार में आने के बाद तालिबान की क्या ऑफिशल पॉलिसी भारत को रहती है इस पर भी कयास ही लगाए जा सकते हैं लेकिन तालिबान की आमद के बाद कश्मीर मामले को हवा दी जाने लगी है ऑलरेडी पाकिस्तान ने कश्मीर और तालिबान को जोड़कर बयान दे रहा है और कुछ बयान तालिबान की तरफ से भी आए हैं जो भारत के सरकार को असहज कर सकते हैं इन बातों में पाकिस्तान की बात करते हैं सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की न्यूज़ चैनल की डिबेट का एक हिस्सा वायरल हो रहा है इसमें पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी सीपीआई के नेता नीलम इरशाद से शामिल थी उनके मुताबिक तालिबान ने कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ मिलकर कश्मीर फतेह कर देगा आप भी सुन सकेंगे हम पूरी तरह की बातें मुझे मौजूद भी तो बात ही नहीं कर रही थी मेरा फेसबुक पेज पिछले 1 हफ्ते से बात कर लेता हूं मुझे लग रहा है मैं भारतीय मीडिया
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पर बैठा हूं और बीजेपी का कोई नुमाइंदा मुझे इस तरह की खुशनुमा ख्वाब दिखा रही है कहां से आपने सुना है यह किसने आपको कोई व्हाट्सएप आया होगा के ताल मा के साथ मिलकर के कश्मीर आजाद करेंगे वाकई ऐसा कोई ख्वाब देखती है आपकी यह कैसे किसने आपको बताएं देखते देखते नहीं है कि पाकिस्तान की हर जगह कितनी इज्जत हो रही है हम आ सकते हैं कि टीवी बहस में गंभीरता कला टाइप जैसे हमारे यहां के नेता टीवी के पैसों में पाकिस्तान का सीन करते हैं वैसे ही उधर से इधर की तरफ होता है लेकिन पाकिस्तान कश्मीर तालिबान को जोड़ना शुरु कर दिया है और यह काम वहां अभी शुरु हुआ है खुफिया एजेंसी आईएसआई की कारस्तानी थी
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चेचन्या रूस में अवश्य ध्यान हम जानते हैं चीन में दोनों तरफ मुसलमानों पर और कल पनिया भर बताए हो रहे हैं सरकार द्वारा या वर्षों से चल रहा है पाकिस्तान चीन के सहयोगी होने की वजह से इंसान के मुसलमानों पर हो रहे हैं उन पर कभी बोलता नहीं है इसीलिए अलकायदा वाले बयान में श्याम को छोड़कर कश्मीर का नाम लिया गया आपकी वजह से नुकसान पर चर्चा हो रही है उसी पर इतने दिनों से खाली पड़े लांच पैड को फिर से एक्टिव करने की आशंका जताई जा रही है उसे लेकर एजेंसियां हमारी चिंता क्यों कर दिए गए हैं या किए जाने वाले हैं तो पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर में फिर गड़बड़ी करने की कोशिश शुरू हो गई है ऐसी चिंताएं हैं कुछ खबरें भी हैं अप्रत्याशित भी नहीं है हम जानते हैं कि कश्मीर और आतंक पाकिस्तान की भारत नीति का सालों से किस तरह है चिंता तालिबान के बयान को लेकर है
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इसमें कश्मीर को लेकर उनसे सवाल पूछा गया उनका जवाब था कि हमने दोहा एग्रीमेंट को साइन किया है और हम अपनी सरजमीं किसी गुट या संस्था को दूसरे देश के खिलाफ इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं बात तो तालिबान की तरफ से पहले भी कही जा रही है इंटरव्यू में तालिबान नेता ने एक नई बात भी कही उन्होंने कहा कि कश्मीर में मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा हो तो बताओ मुसलमान हमें हक है कि हम अपनी आवाज़ उठाएं हम कहेंगे कि मुसलमान के मुताबिक तालिबान के नेता यह कहने लगे कि वह कश्मीर का मसला उठा सकते हैं हालांकि 2 हफ्ते पहले से 2 हफ्ते पहले माफ कीजिए तालिबान के एक बयान में आया था तालिबान ने कश्मीर द्विपक्षीय और तालिबान का उससे कोई मतलब नहीं होता क्या है
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लिया है क्या पाकिस्तान की सरजमीं को आतंक के लिए इस्तेमाल नहीं होने देगा बातचीत में भी इस तरह के भरोसे पर कई सवाल जानकार सवाल उठा रहे हैं अब में भारत के राजदूत रहे गौतम मुखोपाध्याय ने कहा है कि तालिबान से भरो से मिलना स्वागत योग्य है लेकिन हमें उनसे कड़े सवाल पूछने चाहिए यह सवाल के भारत से बातचीत को लेकर उनकी उम्र क्या है उनका मुख्य मकसद यह है कि भारत जैसे हम देश से मान्यता मिली सुरक्षा की गारंटी पर उनसे सवाल पूछे जाने चाहिए और तब देखना चाहिए कि उनका स्टैंड के रहता है कुल मिलाकर अभी तालिबान की तरफ से भारत की तरफ हाथ बढ़ाया जा रहा है तो तालिबान के तरफ से पीछे छिपी चुनौतियां भी हमें देखते जा रहे हैं आज के लिए इतना ही लेकिन चलने से पहले एक छोटी सूचना आज बारे में बहुत सारी दिलचस्पी हमारे दर्शकों को रहती है पूछते हैं सौरभ कहां है सौरभ क्यों नहीं आ रहे हैं सौरभ उत्तर प्रदेश में जिला पश्चिम उत्तर प्रदेश में है वहां वह कर रहे हैं क्या अगर आपको यह देखना है सुनना है जान मैं बोलना है तो आपको जाना पड़ेगा लव इन टोक्यो पीके यूट्यूब चैनल पर कैसे जाएंगे वहां तक के यह जानकारी आपको हमारे डिस्क्रिप्शन बॉक्स
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में मिल जाएगी वहां जाकर के सौरव पूछ रहे हैं मैदान पर क्या हाल है यूपी क्या हाल है यूपी हमारे साथ कवरेज का नाम है इसमें सौरव रहेंगे 100 दिन अपनी टीम के साथ उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में वहां पर वह किस तरह की रिपोर्टिंग कर रहे हैं उसका एक छोटा सा नमूना हम आपके साथ छोड़ कर जा रहे हैं आपसे मुलाकात होगी अब सोमवार को तब तक के लिए नमस्ते एंट्री होती थी कि आपके गांव से 100 बरस 200 बरस 300 बरस पहले कौन आया था तो हमारी दिलचस्पी रही थी तब भी और अभी भी है कि हमारी पीढ़ियां रही हैं हमारे बुजुर्ग रहे हैं अलग-अलग धर्मों को अलग-अलग जातियों को मारने बरतने वाले को किस तरह से अपने परिवार के इतिहास को संजोते हैं हम इस वक्त जानसठ में पुराना कस्बा है रसूखदार कस्बा है और जिला मुजफ्फरनगर लगता है और इस जिस इमारत में बैठा हूं यह रंग महल इमारत है और रंग महल का और रंग महल जिनकी वजह से मशहूर हुआ उनका और उस परिवार का क्या हिसाब किताब है यह मुझे अंकल बताएंगे अंकल आपका नाम क्या है मेरा नाम सरफराज ओवैसी के सबसे बड़े जमीदार थे हम लोग एक ऐसे परिवार से ताल्लुक है जिसने पूरे हिंदुस्तान पर हुकूमत की है हुसैन अली हसन अली
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खान किंग मेकर कैलाश बस किंग मेकर और रिकॉर्डिंग इंडियन हिस्ट्री आज भी उनका नाम हर चैप्टर मेहर अली ब्रदर्स
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दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठेगा फर्रूखसियर उनके बाद के तमाम मोहम्मद शाह रंगीला यह सब जो तमाम फिर से चली और जिसमें पहले सैयद बंधुओं का दबदबा रहा और फिर मराठों का दखल बढ़ा महादजी सिंधिया और उन सब लोगों का की दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठेगा तो वह शायद मूल रूप से जानसठ के रहने वाले थे इसी रंग महल के रहने वाले थे और इनके बुजुर्ग थे यह सब सही है बंधुओं के परिवार के लोग हैं जो यह रजिस्टर क्या है जिसे हम आज भी गर्व से कह सकते हैं कि इसे हमें मेंटेन किया है फ्रॉम आदम 2 किलो मतलब हजरत आदम से लेकर आदम हवा से यह पूरा सज रहा है हम लोग का क्या हम किसके बेटे हैं हमारे फादर कौन थे उनके फादर कौन थे उनके फादर कौन थे
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वेद का फिर जो हम लोग हम लोग हैं जो जब हिंदुस्तान आए तो पर भाई आगे बस से उन्हीं के नाम से और ना ही पसंद नहीं रह गए और चारों पटियाले के 4 गांव में रहे और 44 के चार्ज दे दी क्या लाए उनका पूरा उनका पूरा से रजिस्टर है इसको देखिए
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जनाबे आदम से जो सजनवा शुरू हुआ यह उनके तीन बेटे थे - - यह सब है और इसी में आगे जाकर चुके बहुत लंबा चल रहा है किसकी कितनी उम्र हुई कहां जब हमें कहां उनके बेटे कौन हुए सब इसके अंदर है और यही देखे ब्रह्मा जी आ गए यह ब्रह्मा जी के लव कुश भरत आ गए लक्ष्मण आ गए रामचंद्र जी लक्ष्मण क्या था जी काफी पैसे मीटिंग है और हमारी नस्ल चली है हजरत इस्माइल जो नबी हुए हैं जो प्रॉब्लम के बाद जो प्रोफाइल जो उसमें जूस में और सब में भी माना जाता है