British Era की Tunnel Delhi Assembly में मिली, क्या देखकर सब चौंके? । Red Fort
Tej SamacharSeptember 04, 20210
लाल किला का ढक्कन खोला गया तो भीतर एक लंबी सुरंग थी बताएंगे जा रहा है किसका दूसरा सिरा लाल किले पर निकलता है इस सुरंग का इस्तेमाल अंग्रेजों के समय भी होता था दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास के बारे में जानकारी दी है दिल्ली विधानसभा विधानसभा जाता था गरीबों को एक से दूसरी जगह ले जाते थे ताकि उन्हें किसी रूकावट कार्रवाई का सामना ना करना पड़े अनुमान है कि शासक ने मुमकिन है कि इस गुफा को आगे चलकर आम जनता के लिए भी खोला जाए इस संबंध में राम निवास गोयल ने कहा हमने को खोल दिया है लेकिन फिलहाल इसे और अधिक खोजा नहीं जाएगा हम जल्द ही इसकी मरम्मत कराएंगे जनता के लिए खोलेंगे उम्मीद है यह काम अगली 15 अगस्त तक हो जाएगा सुरंग खोदने की वजह के बारे में उन्होंने बताया कि इस का काफी हिस्सा मेट्रो प्रोजेक्ट्स और कार्यों की वजह से पहले हो चुका है और खुद ठीक नहीं होगा विधानसभा
0:01:40
Speaker 1
अध्यक्ष के बारे में 1993 से सुनते आए हैं जो विधानसभा में आए थे उन्होंने इसका इतिहास खंगालने की कोशिश की थी लेकिन कुछ ठोस नहीं मिला था अब जब आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए हैं तो उन्होंने इसे खुलवाने के बारे में सोचा जाए सुरंग मिली है उसकी जगह पर दिल्ली का मौजूदा लेकिन जब अंग्रेजों का शासन था तब यहां क्या था उसका जवाब भी रामनिवास गोयल नदिया का 1912 में जब देश की राजधानी कोलकाता से दिल्ली शिफ्ट किया गया था तो इस जगह का इस्तेमाल केंद्रीय विधानसभा के तौर पर होता था भारतीय नेता यहां बैठे थे और 58 लोग यहां बैठते थे जिनमें अधिकतर टेस्ट है 1926 में अंग्रेजों ने सुरंग के जरिए क्रांतिकारियों को लाल किले से न्यायालय तक लाया जाता था पहले विधानसभा शब्द का इस्तेमाल किया है आसान शब्दों में उस वक्त का निम्न सदन यानी उस वक्त की लोकसभा कह सकते हैं अंग्रेजों के जाने के बाद फिर भंग कर दिया गया और फिर संसद का वह स्वरूप सामने आए तो आज हम देखते हैं यानी लोकसभा और राज्यसभा राम निवास गोयल ने बताया कि दिल्ली विधानसभा परिसर में एक कमरा है जिसके बारे में कहा जाता रहा है कि अंग्रेजों के समय फांसी घर हुआ करता था अब क्रांतिकारियों
0:02:53
Speaker 1
के मंदिर के तौर पर विकसित किया जाएगा
0:02:59
Speaker 1
सुरंग मिली थी मां की प्रतिमा में अयोग्य नेशनल पार्क में जो काफी आश्चर्य का केंद्र रहे थे जांच परख के बाद पता चला था कि वह सुरंग भी अंग्रेजों के समय की थी जो अब तक दबी हुई थी करीब 1 साल पुरानी बताई गई थी जब भारत पर अंग्रेजों का शासन था हमारे साथी अभिषेक में जाते-जाते आपको एक और सूचना दे देते हैं शिक्षक दिवस 5 सितंबर से शुरू होगी क्रिप्टो करेंसी की क्लास यानी हमारी नई सीरीज एक नया पैसा जुड़े हमारे साथ